आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : आईपीएल-16 को तीन दिन के भीतर चैम्पियन मिल जाएगा। अब सिर्फ तीन टीमें बाकी हैं- 4 बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स, जो फाइनल में पहुंच चुकी है और दूसरी फाइनलिस्ट का इंतजार कर रही है। वहीं, 5 बार की चैम्पियन मुंबई इंडियंस और डिफेंडिंग चैम्पियन गुजरात टाइटंस शुक्रवार को दूसरा क्वालिफायर खेलेंगी। इसे जीतने वाली टीम रविवार को चेन्नई को चुनौती देगी। मुंबई और गुजरात चौथी बार आमने-सामने होंगी। अब तक तीन मैच में दो मुंबई और एक गुजरात ने जीते हैं। जानते हैं तीनों ही टीमों के लिए इस सीजन में क्या सही रहा और वे क्या कारण रहे, जिससे टीमें सफल रहीं…

मुंबई: सूर्या की तूफानी बल्लेबाजी, अनकैप्ड गेंदबाज ने दिखाई प्रतिभा

मुंबई के लिए पिछला सीजन काफी खराब रहा था। टीम 14 में से सिर्फ 4 मैच जीतकर आखिरी नंबर पर रही थी। इस बार टीम ने कमबैक किया और लीग स्टेज के बाद टाॅप-4 में रही।

  1. सूर्या ने चौथे-पांचवें मैच से रफ्तार पकड़ी और फिर नहीं रुके। वे सीजन में 544 रन के साथ सबसे ज्यादा रन में सातवें नंबर पर हैं। वे एक शतक व चार अर्धशतक जमा चुके हैं। उनका स्ट्राइक रेट 183.78 का है, जो मुंबई के लिए सबसे ज्यादा है।
  2. टीम के मिडिल ऑर्डर में कैमरून ग्रीन, नेहाल वाढेरा, तिलक वर्मा, टिम डेविड जैसे बड़े शॉट जमाने वाले खिलाड़ी हैं। इनकी वजह से टीम ने सीजन में 5 बार 200+ का स्कोर किया। ग्रीन एक शतक व दो अर्धशतक की मदद से 422 रन बना चुके हैं।
  3. 34 साल के स्पिनर पीयूष चावला टीम के मुख्य गेंदबाज हैं, जो 21 विकेट के साथ मुंबई के टॉप विकेट-टेकर हैं। उनकी औसत 21.42 और इकाेनॉमी सिर्फ 7.75 की है। वे मुंबई के लिए सबसे कंजूस गेंदबाज हैं।
  4. बेहरेनडोर्फ और जॉर्डन जैसे अनुभवी गेंदबाजी की मौजूदगी में आकाश मढवाल, अरशद खान, कुमार कार्तिकेय और अर्जुन तेंदुलकर जैसे अनकैप्ड ने अपनी काबिलियत दिखाई है। आकाश ने लखनऊ के खिलाफ तो सिर्फ 5 रन देकर 5 विकेट झटके थे।

गुजरात: शुभमन फुल फाॅर्म में, टीम में गेम चेंजर और मैच विनर खिलाड़ी

डिफेंडिंग चैम्पियन गुजरात ने खिताब बचाओ अभियान की बेहतरीन शुरुआत की और ओपनिंग मैच जीता था। टीम 14 में से 10 लीग मैच जीतकर टॉप पर रही थी।

  1. ओपनर शुभमन लगभग हर मैच में अच्छी शुुरुआत दिला रहे हैं। दो शतक व 4 अर्धशतक की मदद से 722 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने में दूसरे पर हैं। 9 रन और बनाकर वे ऑरेंज

कैप हासिल कर सकते हैं। उन्होंने तीन बार शतकीय साझेदारियां की हैं।

  1. टीम गेम चेंजर और मैच विनर खिलाड़ियों से भरी हुई है। शुभमन के अलावा राशिद, हार्दिक, शमी, साई सुदर्शन, मनोहर, साहा, तेवतिया और मोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी हैं, जो कभी भी मैच का रुख मोड़ देते हैं।
  2. कप्तान हार्दिक और कोच नेहरा का कॉम्बो भी है। हार्दिक ने दबाव वाली स्थितियों में गजब का संयम दिखाया। वे भरोसेमंद व परिपक्व बल्लेबाज के रूप में उभरे। दोनों ही खिलाड़ियों के बीच भरोसे व विश्वास के माहौल को बढ़ावा देते हैं।
  3. तेज गेंदबाज शमी सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में 26 विकेट के साथ टॉप पर हैं जबकि स्पिनर राशिद 25 विकेट के साथ दूसरे नंबर पर हैं। गुजरात डेथ ओवर में 38 और पावरप्ले में 24 विकेट ले चुकी है। दोनों का ही औसत 20 से कम और इकोनॉमी भी 8 से कम की है।