आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, कभी खुशी कभी गम और माय नेम इज खान जैसी बेहतरीन फिल्मों में चार-चांद लगाने वाली काजोल आज 49 साल की हो चुकी हैं। काजोल को इंडस्ट्री की सबसे मुंहफट और बिंदास एक्ट्रेस कहा जाता है। काजोल कभी अपनी मां तनूजा की तरह हीरोइन नहीं बनना चाहती थीं, लेकिन स्कूल की छुट्टियों की बोरियत ने उन्हें फिल्मों से जोड़ दिया। मजेदार बात तो ये है कि काजोल को उनकी पहली फिल्म किस्मत से मिली थी। उनका अपनी दोस्त के फोटोशूट के सिलसिले में स्टूडियो जाना हुआ, जहां उन्हें जबरदस्ती मेकअप कर उनकी तस्वीरें क्लिक कर ली गईं।
आज काजोल के 49वें जन्मदिन के मौके पर जानिए उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ मजेदार बातें-
5 अगस्त 1974 को काजोल का जन्म मुंबई में एक्ट्रेस तनूजा और डायरेक्टर शोमू मुखर्जी के घर हुआ था। बचपन से ही काजोल बेहद शरारती और जिद्दी थीं। कम उम्र में ही काजोल के पेरेंट्स अलग रहने लगे, ऐसे में उनकी परवरिश नानी शोभना ने की। वो अपनी मां के साथ महालक्ष्मी एरिया में रहती थीं, जबकि उनके पिता सांताक्रूज में रहते थे। उम्र बढ़ी तो काजोल रोज अपने पिता से मिलने लोकल ट्रेन से सांताक्रूज जाती थीं। काजोल की शुरुआती पढ़ाई पंचगनी के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल से हुई थी। वो स्कूल में पढ़ाई से ज्यादा ध्यान डांस में दिया करती थीं।
फिल्मी पार्टियों में जाना आम था, करण जौहर का उड़ाया था मजाक
काजोल की मां तनूजा फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी हस्ती थीं, ऐसे में वो उनके साथ अक्सर फिल्मी पार्टियों में जाती थीं। बोर्डिंग स्कूल से लौटकर काजोल अपनी मां तनूजा के साथ सिनेब्लिट्स की पार्टी में पहुंची थीं। तनूजा ने उस पार्टी में प्रोड्यूसर यश जौहर के परिवार से मिलीं। उस पार्टी में यश जौहर अपने 16 साल के बेटे करण को लेकर आए थे। तनूजा ने करण से कहा कि वो उनकी बेटी काजोल के साथ जाकर डांस करें। करण काजोल को डांस फ्लोर पर ले गए और डांस करने लगे, लेकिन काजोल उन्हें देखकर जोर-जोर से हंसने लगीं।
करण को लगा कि वो उनका डांस देखकर हंस रही हैं, ऐसे में वो धीरे-धीरे डांस करने लगे, लेकिन काजोल ने हंसना बंद नहीं किया। करण रोने लगे और उन्होंने अपनी मां के पास जाकर कहा कि तनूजा आंटी की बेटी बहुत अजीब है। दरअसल, काजोल करण का 3 पीस सूट देखकर हंस रही थीं, जबकि वो खुद भी कैथलिक गाउन में पहुंची थीं।
हीरोइन नहीं बनना चाहती थीं, मां ने फिल्म बनाई तो बीच में ही रुकी
तनूजा हमेशा से चाहती थीं कि पिछली 3 पीढ़ियों की तरह काजोल भी हीरोइन बनें, लेकिन उन्हें इसमें बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं थी। उन्हें लगता था कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग बहुत काम करते हैं और वो कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जिसमें मेहनत कम लगे। उनकी मर्जी के खिलाफ मां तनूजा ने उन्हें लॉन्च करने के लिए एक फिल्म बनाना शुरू कर दिया। ना चाहते हुए भी काजोल हीरोइन तो बनीं, लेकिन ये फिल्म रुक गई।
16 साल की उम्र में किस्मत से मिली पहली फिल्म
एक दिन स्कूल ब्रेक के दौरान काजोल अपनी एक करीबी दोस्त के साथ फोटोशूट करवाने पहुंची थीं। काजोल को देखकर मेकअप आर्टिस्ट ने उनका भी मेकअप कर दिया। कुछ समय बाद जब काजोल नखरे करने लगीं, तो उनकी मां तनूजा स्टूडियो पहुंच गईं। उनके कहने पर काजोल को मेकअप पूरा करवाना पड़ा और ऐसे उनका फोटोशूट हो गया। उनका फोटोशूट गौतम राजअध्यक्ष ने किया था, जो उस समय फिल्म बेखुदी के स्क्रीनप्ले में काम कर रहे थे। उन्हें काजोल का चेहरा इतना पसंद आया कि वो उनकी तस्वीरें लेकर फिल्म बेखुदी के डायरेक्टर राहुल रवैल के पास गए। उन्हें भी काजोल पसंद आ गईं और वो सीधे उनके लिए तनूजा के घर पहुंच गए।
मस्ती-मस्ती में अपना लिया फिल्म का ऑफर
काजोल कभी भी हीरोइन नहीं बनना चाहती थीं, ऐसे में जब राहुल रवैल उनके घर पहुंचे तो उन्होंने ऑफर ठुकराने का मन बनाया हुआ था।