खंडवा । प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को क्रांतिकारी टंट्या भील का पुनर्जन्म बताया है। उनका कहना है कि टंट्या मामा का जन्म शिवराज सिंह चौहान के रूप में हुआ है। दोनों की कायशैली एक जैसी है। टंट्या मामा अंग्रेजों को लूटकर गरीब कन्याओं की शादी करवाते थे। वहीं, शिवराज सिंह अमीरों से टैक्स वसूलकर गरीबों की सेवा करते हैं।

आदिवासी वोट बैंक साधने के लिए प्रदेश सरकार ने जनजातीय समुदाय के क्रांतिकारियों को सम्मान दिलाने जा रही है। टंट्या भील की जन्मस्थली खंडवा से कलश माटी यात्रा निकाली। यह यात्रा सोमवार को भीकनगांव पहुंची। कृषि मंत्री ने यहां सभा में कहा कि जनजातीय समुदाय के क्रांतिकारियों को सम्मान दिलाने के लिए गौरव यात्राओं का आयोजन कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि टंट्या मामा जिस तरह बड़े जमींदारों और अंग्रेजों को लूटकर गरीब कन्याओं की शादियां कराते थे। उसी तरह शिवराज मामा भी जनता से टैक्स वसूलकर गरीब कन्याओं की शादियां कराते हैं। इस दौरान कृषि मंत्री आदिवासी युवकों के साथ थिरके।

कांग्रेस ने कहा-भाजपा की नजर में टंटया मामा को लुटेरा

उधर, कृषि मंत्री के बयान का विरोध करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि भाजपा टंटया मामा को लुटेरा बताकर उनका अपमान कर रही है। शिवराज बड़े लोगों पर टेक्स लगाते है,यह समानता है। एक महानायक से शिवराजजी की तुलना गलत है। मंत्री का बयान टंटया मामा का अपमान है। मंत्री और भाजपा माफी मांगे।