आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में लगातार 2 फाइनल गंवाने के बाद भारतीय टीम में बदलाव का दौर शुरू हो रहा है। हालांकि इसमें कुछ समय लग सकता है। रविवार को ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद अब भारतीय सिलेक्टर्स पर नया बैच तैयार करने का दबाव है। ऐसे में कुछ टेस्ट स्पेशलिस्ट प्लेयर को अपनी प्लेस गंवानी पड़ सकती है। साथ ही कुछ युवा चेहरों को आजमाया जा सकता है।

एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि WTC फाइनल हारने के बाद टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और तेज गेंदबाज उमेश यादव अपनी जगह गंवा सकते हैं। उनकी जगह युवा यशस्वी जायसवाल और तेज गेंदबाज मुकेश कुमार को विंडीज दौरे पर मौका दिया जा सकता है, क्योंकि टेस्ट चैम्पियनशिप के पिछले सीजन में पुजारा और उमेश ही टीम की कमजोर कड़ी साबित हुए हैं। ऐसे में संभव है कि उन्हें ड्रॉप किया जाए।

दैनिक भास्कर ने इस मसले पर पूर्व भारतीय सिलेक्टर संजय जगदाले ने भास्कर से बातचीत की। 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के चयनकर्ता रहे जगदाले ने भी कहा- ‘भारत को अब नया टेस्ट कप्तान तलाशना होगा।’ इस स्टोरी में आप जानेगे भास्कर एक्सपर्ट जगदाले ने क्या कहा, पुजारा-उमेश का पिछले दो साल में प्रदर्शन और विंडीज दौरे और WTC के नए सीजन का शेड्यूल…

शुरुआत करते हैं भास्कर एक्सपर्ट संजय जगदाले की बातचीत से…

फाइनल में मिली हार के बाद पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सिलेक्टर रहे संजय जगदाले ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। 3 पॉइंट्स में जानेंगे जगदाले ने क्या कहा…?

सिलेक्टर्स को तलाशना होगा नया कप्तान भारतीय सिलेक्टर्स को अब नए कप्तान की तलाश शुरू कर देनी चाहिए। अब समय आ गया है कि हम नए कप्तान की तरफ देखें। रोहित टेस्ट कप्तानी में फिट नहीं होते हैं। उन्होंने टीम में अपनी जगह काफी लेट पक्की की थी। टेस्ट का कप्तान ऐसा हो, जो टीम में अपनी जगह पक्की कर सके और उसके पास पर्याप्त समय हो। रोहित जब कप्तान बने, तब वे 35 साल के थे। वे पिछले 2-3 सालों में टीम में ठीक से जगह बना सके हैं, हमें किसी युवा को कप्तानी सौंपनी होगी, जो लंबे समय तक टीम में टिक सके और एक टेस्ट स्पेशलिस्ट टीम तैयार कर सके। ऐसा ही बाकी लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट को लेकर भी होना चाहिए। मेरे हिसाब से पंत, रहाणे जैस किसी युवा खिलाड़ी को टेस्ट फॉर्मेट का कप्तान बनाना चाहिए।

तीनों फॉर्मेट में नई टीम बनानी होगी सिलेक्टर्स को अब नया बैच तैयार करना होगा, क्योंकि टीम के अधिकांश प्लेयर अपने करियर के आखिरी फेज में हैं। चाहे ऐज की बात करें या फिर परफॉर्मेंस की। ऐसे में हमें भविष्य की टीम के प्लेयर्स की तलाश करनी होगी। मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है, जब हमें तीनों फॉर्मेट में नई टीम बनानी होगी। मैं यह नहीं कह रहा कि एकाएक पूरी टीम बदल दें, लेकिन सिलेक्टर्स को कुछ खिलाड़ियों के विकल्प तैयार करके रखने होंगे।

बल्लेबाजों को टेक्नीक सुधारनी होगी द ओवल में WTC फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों की टेक्नीक खराब रही। कोहली, रोहित, पुजारा और रहाणे गलत शॉट खेलकर आउट हुए। हमारे बल्लेबाज विदेशी पिचों पर रन नहीं बना पा रहे हैं, क्योंकि उनकी टेक्नीक खराब है। ऐसे में टेस्ट टीम के बल्लेबाजों को अपनी टेक्नीक सुधारनी होगी। दूसरी पारी की बात करें तो कोहली और रहाणे दोनों ऑफ स्टंप के काफी बाहर बॉल खेलकर आउट हुए, जबकि वह बॉल खेलने की थी ही नहीं, यह IPL का असर था।

जगदाले ने हार के कारण बताते हुए कहा कि टीम का चयन ही गलत था। साथ ही हमने इंग्लैंड की परिस्थितियों में तैयारी नहीं की, जबकि ऑस्ट्रेलियाई पिछले 2 महीने से इस मुकाबले की तैयारी में जुड़े थे।