खिलाड़ियों और केंद्रीय मंत्री के बीच शुक्रवार को एक बार फिर बैठक होगी, कई मुद्दों पर अभी चर्चा नहीं हो पाई है।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने धरना दे रहे पहलवानों को अपने सरकारी आवास पर डिनर के लिए बुलाया था, जहां उनके बीच करीब पौने चार घंटे बैठक चली। रात 1.47 बजे सारे खिलाड़ी खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर से बाहर निकले। शुक्रवार को एक बार फिर बैठक होगी, कई मुद्दों पर अभी चर्चा नहीं हो पाई है। खेल मंत्री ठाकुर के घर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया समेत कई पहलवान पहुंचे थे। इससे पहले भाजपा नेता ने चंडीगढ़ में कहा था कि खेल मंत्रालय ने WFI को नोटिस भेजकर 72 घंटे में जवाब मांगा है।
मैं इस्तीफा नहीं दूंगा
WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मेरे खिलाफ राजनीति कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा की तरफ से प्रायोजित हैं। जो आरोप लगा रहे हैं, उनका करियर खत्म हो चुका है। मैं हर जांच के लिए तैयार हूं।
IOA अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि हम एथलीटों से अनुरोध करते हैं कि वे आगे आएं और चिंताओं को हमारे सामने रखें। हम न्याय दिलाने के लिए पूरी जांच करेंगे। उन्होंने कहा, हमने भविष्य में होने वाली ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए विशेष समिति बनाने का फैसला किया है, ताकि जल्दी से कार्रवाई हो सके।
निष्पक्ष जांच होनी चाहिए
विनेश फोगाट के चाचा महावीर सिंह फोगाट ने कहा कि जो आरोप लगाए गए हैं। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मुझे सरकार पर भरोसा है। राजनीति का आदमी खेल के अंदर नहीं आना चाहिए।
महिला पहलवानों के साथ हुआ शोषण
ओलंपियन विनेश फोगाट ने कहा कि हमें जान का खतरा है। हमने पुलिस का प्रोटेक्शन नहीं लिया है। जब शोषणा होता है तो एक कमरे में होता है। वहां कैमरे नहीं लगाए जाते। वे लड़कियां हमारे साथ हैं, जो साबित कर सकती हैं। विनेश ने आगे कहा कि 5 से 6 महिला पहलवान हमारे साथ हैं। जिन्होंने शोषण का सामना किया है। हमें सरकार से संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हम सुनिश्चित करेंगे कि बृजभूषण सिंह को जेल हो।
जंतर-मंतर पर WFI के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों में से एक बजरंग पुनिया ने कहा कि हमारी लड़ाई फेडरेशन के खिलाफ है। हम चाहते हैं कि फेडरेशन को बंद दिया जाए। अगर इसका समाधान जल्द नहीं निकला तो हम कानून का दरवाजा खटखटाएंगे। वहीं साक्षी मलिक ने कहा कि मीटिंग में सिर्फ आश्वासन दिया गया। किसी तरह का एक्शन लेने की बात नहीं की गई। हर जगह उनके लोग हैं।