सूरीनाम एवं गुयाना के राष्ट्रपति व आस्ट्रेलिया की संसद सदस्य सम्मेलन में होंगी शामिल।

भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में 8 जनवरी से 17वां प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन का विशेष महत्व है क्योंकि चार साल बाद कोविड महामारी के बाद यह पहला आयोजन है। 16वां पीबीडी सम्मेलन नई दिल्ली में वर्ष 2021 में वर्चुअल मोड में हुआ था। सम्मेलन के लिए इंदौर पूरी तरह से सज गया। मेहमानों के आवभगत की तैयारी एयरपोर्ट से आयोजन स्थल और होटल तक कि गई हैं।

पीबीडी सम्मेलन के मुख्य अतिथि को गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि होंगे। ऑस्ट्रेलिया की संसद सदस्य जनेटा मैस्करेन्हास 8 जनवरी को यूथ प्रवासी सम्मेलन में सम्मानित अतिथि होंगी। पीबीडी का विषय है “प्रवासी अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार”, इसमें अगले 25 वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और नए भारत के इस दृष्टिकोण को प्राप्त करने में प्रवासी भारतीयों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भागीदारी की भूमिका शामिल है। पीबीडी सम्मेलन में तीन दिवसीय कार्यक्रम में युवा प्रवासी भारतीय दिवस, उद्घाटन दिवस और समापन दिवस के साथ-साथ विषय-आधारित महत्वपूर्ण सत्र शामिल हैं।

तीन दिनी सम्मेलन में है यह

पहला दिन 8 जनवरी :- युवा प्रवासियों से जुड़ने के लिए युवा प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाएगा। जिसका आयोजन विदेश मंत्रालय एवं युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। इसी दिन मध्यप्रदेश द्वारा अर्थ-व्यवस्था, संस्कृति, पर्यटन, प्रौद्योगिकी सेक्टर्स में दिये जा रहे विशेष अवसरों का भी प्रदर्शन किया जायेगा।

दूसरा दिन 9 जनवरी :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया जाएगा। प्रधानमंत्री “आजादी का अमृत महोत्सव भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में डायस्पोरा का योगदान” विषय पर एक डिजिटल प्रदर्शनी का भी उद्घाटन और एक स्मारक डाक टिकट- “सुरक्षित जाएँ, प्रशिक्षित जाएं” जारी करेंगे।

तीसरा दिन 10 जनवरी:- प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करने के साथ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के भाषण के साथ सम्मेलन का समापन होगा।

70 देश से प्रवासी पहुंचेंगे

17वें पीबीडी सम्मेलन को अब तक प्रवासियों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। अब तक 70 देशों से 3500 से अधिक व्यक्तियों ने पंजीकरण कराया है। इस कार्यक्रम में यूएई, मॉरीशस, कतर, ओमान, यूएसए, यूके, बहरीन, कुवैत और मलेशिया सहित कई देशों के बड़े प्रवासी प्रतिनिधि-मंडल भाग लेंगे। मॉरीशस, मलेशिया और पनामा सहित कुछ देशों से मंत्रि-स्तरीय प्रतिनिधि-मंडल सहभागिता करेंगे।